नमस्कार मित्रो आप सभी ने AMUL का नाम तो कई बार सुना ही होगा व हाल में यह भारत की एक बहुत ही बड़ी कंपनी के रूप में जानी जाती है पर कई लोगो को इस कंपनी के बारे में विशेष जानकारी नहीं होती पर इस आर्टिकल में हम आपको AMUL Full Form क्या होता है व इसके साथ ही इससे जुडी अन्य कई महत्वपूर्ण जानकारी बताने वाले है.
अगर हम भारत की बड़ी कंपनी के बारे में बात करे तो AMUL का नाम भी इसमें जरूर आता है व यह सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पुरे विश्व में ख्याति प्राप्त कंपनी है कई लोग AMUL को ही इसका पूरा नाम समझते है जबकि AMUL Full Form अलग होती है जिसके बारे में हम आपको आज बता रहे है इसके लिए आप पूरा आर्टिकल ध्यान से पढ़े.
AMUL Full Form In Hindi
AMUL क्या है व इसकी स्थापना कब व किसके द्वारा की गयी थी व इसकी कमाई कितनी है इन सब के बारे में बताने से पहले हम आपको इसका पूरा नाम क्या होता है इसके बारे में बता रहे है.
AMUL FULL FORM – ANAND MILK UNION LIMITED
इसका नाम आनंद मिल्क यूनियन लिमिटेड है व यह एक दुग्ध सहकारी आंदोलन है व यह एक भारतीय कंपनी है जो की दुग्ध उत्पादन से सम्बंधित है.
AMUL क्या है
जैसे की हमने आपको बताया की दुग्ध सहकारी आंदोलन होता है व इस कंपनी का मुख्यालय आणंद (गुजरात) है, AMUL एक ब्रांड का नाम है जो की गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ लिमिटेड नाम की सहकारी संस्था के प्रबन्धन के रूप में चलता है.
भारत में AMUL में श्वेत क्रांति की नीव राखी थी व इसके कारण भारत विश्व का सबसे बढ़ा दुग्ध उत्पादक देश बन गया व इसके साथ ही अमूल ने ग्रामीण विकास के सम्यक एक मॉडल भी प्रस्तुत किया था, अमूल की स्थापना 14 दिसंबर,1946 में की गयी थी व उस वक्त इसकी शुरुआत दुग्ध उत्पादन के सहकारी आंदोलन के रूप में की गयी थी उसके बाद कुछ ही समय में यह एक बहुत ही बड़ा ब्रांड बन गया.
AMUL की स्थापना
अमूल की स्थापना 14 दिसंबर,1946 में गुजरात में की गयी थी इस कंपनी को अहमदाबाद से मात्र 100 किलोमीटर की दुरी पर स्थित गुजरात के एक छोटे से शहर आणंद में की गयी थी व हाल में यह शहर दूध की राजधानी के नाम से प्रसिद्द है व हाल में यह विश्व का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक है.
शुरुआत में गुजरात में पोलसन नाम की एक ही दूध उत्पादन कंपनी थी व यह कंपनी उत्तम वर्ग के लोगो में अधिक प्रख्यात थी पर धीरे धीरे यह कंपनी किसानो के शोषण के रूप में भी विख्यात हो गयी उसके बाद राष्ट्रीय नेता श्री सरदार पटेल ने अपने कुछ उत्तेजित किसानो के साथ मिलकर इस कंपनी के खिलाफ नॉन-कॉपरेशन आन्दोलन शुरू दिया व इसी के परिणामस्वरूप 14 दिसंबर,1946 में अमूल की स्थापना हुई.
जब इस कंपनी की स्थापना की गयी थी उस वक्त इस कंपनी की क्षमता 250 लीटर प्रति दिन थी पर उसके बाद लगातार इस कंपनी का विकास होता रहा व हाल में इस कंपनी के पास कुल 7.64 लाख मेंबर है व इसके साथ ही यह हाल में प्रतिदिन 33 लाख लीटर दूध का कलेक्शन करती है, पूरी दुनिया के कुल दुग्ध उत्पादन में 1.2 प्रतिशत हिस्सा इस कंपनी का है.
अमूल बटर की स्थापना
जिस प्रकार से इस कंपनी ने दूध उत्पादन में इतनी ख्याति प्राप्त की है उसी प्रकार से बटर उत्पादन के लिए भी यह कंपनी काफी लोकप्रिय है इस कंपनी ने 1956 में बटर की शुरुआत की थी उस वक्त अन्य कई कंपनी से अमूल की टक्कर चल रही थी उसमे से पॉल्सन गर्ल नामक कंपनी और अमूल कंपनी की कड़ी टक्कर चल रही थी ऐसी स्थिति में अमूल कंपनी ने अपने प्रोडक्ट के विज्ञापन के लिए एक नया तरीका खोजै व उसके अनुरूप एडवपटाइजिंग एंड सेल्स प्रमोशन नामक विज्ञापन कंपनी को अमूल ने एक मस्कट तैयार करने को कहा.
इसमें कंपनी ने ऐसे विज्ञापन पर फोकस किया जो की महिलाओ को अधिक पसंद आये व इसके कारण ही अमूल कंपनी ने अपने विज्ञापन के लिए लड़की के पोस्टर का चयन किया जो की आज भी आप अमूल के बने प्रोडक्ट में देख सकते है व इसके बाद से यह कंपनी सभी स्थान पर काफी पॉपुलर होने लग गयी थी व देखते ही देखते इसके कस्टमर की सख्यां लाखो में बढ़ने लग गयी.
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